एक आईपीएस ने रखवाई हनुमान मंदिर में जीसस की तस्वीर
कर्नाटक: 2013 के कर्नाटक बैच की आईपीएस अधिकारी दिव्या सारा थॉमस (Divya Sara Thomas, IPS officer) ने “चामराजनगर” में पहली महिला पुलिस अधीक्षक के रूप में कार्यभार संभाला। लेकिन उन्होंने पद ग्रहण करते ही ऐसा कार्य दिया जो संविधान के आर्टिक्ल 25 के विरुद्ध है.

आइए जानते है कि क्या है आर्टिकल – 25 ?
भारत के संविधान ने यहां रह रहे नागरिकों को कुछ मौलिक अधिकार दिए हैं। उन्हीं अधिकारों में से एक हे, धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार। जिसका उल्लेख संविधान के अनुच्छेद 25 से लेकर 28 तक में मिलता है। धार्मिक स्वतंत्रता का अधिकार नागरिकों को प्राप्त 6 मैलिक अधिकारों में से चौथा धार्मिक स्वतंत्रता का है.
अनुच्छेद 25: अंतःकरण की और धर्म की अबाध रूप से मानने, आचरण और प्रचार करने की स्वतंत्रता) इसके तहत भारत में प्रत्येक व्यक्ति को किसी भी धर्म को मानने की, आचरण करने की तथा धर्म का प्रचार करने की स्वतंत्रता है।
विवरण
1) लोक व्यवस्था, सदाचार और स्वास्नय तथा इस भाग के अन्य उपबंधों के अधीन रहते हुए, सभी व्यक्तियों को अंतःकरण की स्वतंत्रता का और धर्म के अबाध रूप से मानने, आचरण करने और प्रचार करने का समान हक होगा।
2) इस अनुच्छेद की कोई बात किसी ऐसी विद्यमान विधि के प्रवर्तन पर प्रभाव नहीं डालेगी या राज्य को कोई ऐसी विधि बनाने से निवारित नहीं करेगी जो :
- धार्मिक आचरण से संबद्ध किसी आर्थिक, वित्तीय, राजनैतिक या अन्य लौकिक क्रियाकलाप का विनियमन या निर्बन्धन करती है;
- सामाजिक कल्याण और सुधार के लिए या सार्वजनिक प्रकार की हिंदुओं की धार्मिक संस्थाओं को हिंदुओं के सभी वर्गों और अनुभागों के लिए खोलने का उपबंध करती है।
- स्पष्टीकरण 1–कृपाण धारण करना और लेकर चलना सिक्ख धर्म के मानने का अंग समझा जाएगा ।
- स्पष्टीकरण 2–खंड (2) के उपखंड (ख) में हिंदुओं के प्रति निर्देश का यह अर्थ लगाया जाएगा कि उसके अंतर्गत सिक्ख, जैन या बौद्ध धर्म के मानने वाले व्यक्तियों के प्रति निर्देश है और हिंदुओं की धार्मिक संस्थाओं के प्रति निर्देश का अर्थ तदनुसार लगाया जाएगा.
क्या किया Divya Sara Thomas, IPS officer ने चामराजनार जिले में ?
5 अगस्त को अयोध्या में भव्य राम मंदिर के निर्माण के लिए चामराजनार जिले के अंजनिस्वामी मंदिर में पूजा का आयोजन किया गया था। यह VHP और कोल्लेगल के बजरंग दल के स्वयंसेवकों ने उसी दिन अंजनिस्वामी मंदिर (Anjaneya Temple ) के गर्भ ग्रह में एक विशेष पूजा का आयोजन किया था।
नव नियुक्त और चामराजनार जिले की पहली महिला पुलिस अधीक्षक दिव्या सारा थॉमस अपने दौर में थी. और महिला आईपीएस अधिकारी ने उसी मंदिर का दौरा किया। कथित तौर पर एसपी ने पुजारी पर “यीशु और मैरी” (क्रिश्चन धर्म ) की तस्वीर लगाने के लिए बहुत दबाव डाला जो की वह खुद ले जा रहा थी. और उस तस्वीर की पूजा मंदिर के गर्भगृह के अंदर करने के लिए कहा।
अब चुकि यह प्रभु श्री हनुमान जी के मंदिर के गर्भ ग्रह का मामला है वो भी एक आईपीएस ऑफिसर द्वारा किया गया है. तो फिर आम जनता कैसे संविधान के कानून पर विश्वास करे।
ये रही तस्वीरें:

An IPS placed Jesus picture in The Hanuman temple