COVID-19 के वैक्सीन में पहली सफलता हाथ लगी (COVID-19 vaccine marks first success)
इंदौर : आज अमेरिका से एक बहुत बड़ी राहत की खबर आयी है. जो कि अमेरिका के सिएटल शहर से है. वहाँ इस खतरनाक बीमारी के वेक्सीन पर लगातार काम चल रहा है | कोरोनोवायरस से लड़ने के लिए 28 स्वयंसेवको पर पहले इस टीके का अध्ययन किया जा रहा हैं। अध्ययन 16 मार्च को शुरू किया गया था।
MRNA-1273 नामक वैक्सीन को नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ एलर्जी एंड इंफेक्शियस डिजीज और कैम्ब्रिज, मास बेस्ड बायोटेक्नोलॉजी कंपनी मॉडर्न, INC के वैज्ञानिकों द्वारा विकसित किया गया है (National Institute of Allergy and Infectious Diseases and at the Cambridge, Mass.-based biotechnology company Moderna, Inc)
यह वैक्सीन 2 खुराक में दिया जायेगा
- पहला : जब इसकी पहली खुराक दी जाएगी और फिर यह एक प्राइमर की तरह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाएगा |
- दूसरा : दूसरी खुराक 28 दिन बाद ही दी जावेगी और यह शरीर में एक अंदरूनी सुरक्षा कवच तैयार करेगा। जिससे शरीर एंटीबाडीज तैयार कर सके, अगर कोई व्यक्ति बाद में भी इस वायरस के संपर्क में आता है, तो यह कवच उस व्यक्ति की सुरक्षा बाद में भी करेगा.
प्रायोगिक मॉडर्ना वैक्सीन मेसेंजर आरएनए का उपयोग शरीर की स्वयं की कोशिकाओं को प्राप्त करने के लिए करता है ताकि SARS-CoV-2 वायरस की सतह पर “स्पाइक्स” में पाए जाने वाले प्रोटीन का उत्पादन किया जा सके जो मानव कोशिकाओं को संक्रमित करता है।
उम्मीद है कि वायरस के प्रति मजबूत प्रतिरक्षा प्रतिक्रिया को बढ़ाकर शरीर उन प्रोटीनों का जवाब देगा।
इस प्रथम चरण में यह शरीर की प्रतिरोधक क्षमता को मजबूत करेगा और दूसरे चरण में COVID – 19 से लड़ाई करेगा |
हम आशा करते है कि यह पूरा परीक्षण सफल हो और जल्द से जल्द इस महामारी का अंत हो |