भोपाल : कांग्रेस ने EC को एक शिकायत पत्र भेजा है जिसमें उसने मध्यप्रदेश में 60 लाख फर्जी वोटर होने की बात कही है. इस शिकायत को निर्वाचन आयोग ने गंभीरता से लेते हुए, 2 जाँच कमिटी बनायीं है जो की मतदाता सूचि की जाँच करेगी. निर्वाचन आयोग की टीमें खामियों को देखने के लिए नरेला, भोजपुर , सिवनी, मालवा और होशंगाबाद विधानसभा निर्वाचन क्षेत्रों का दौरा करेंगी.
कांग्रेस ने इस मामले में दोषी अफसरों पर कड़ी कार्रवाई की मांग की है, जिन्होंने यह सूचि एक जनवरी 2018 को प्रकाशित की थी. एक व्यक्ति का नाम एक बूथ पर कई बार, अलग-अलग बूथ और अलग-अलग क्षेत्रों में शामिल हैं। पार्टी का आरोप है यह गलती से नहीं बल्कि जानबूझकर किया गया है।
कांग्रेस ने EC को एक शिकायत पत्र भेजा है जिसमें उसने मध्यप्रदेश में 60 लाख फर्जी वोटर होने की बात कही है.
मध्य प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष कमलनाथ और वरिष्ठ नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया ने रविवार को चुनाव आयोग की टीम मुलाकात की. इन्होने ने आयोग को एक ज्ञापन पत्र भी सौंपा. इस ज्ञापन-पत्र के साथ फर्जी मतदाताओं की सूची भी संमिलित थी. इसके बाद उन्होंने पार्टी ऑफिस में प्रेस वार्ता संबोधित करते हुए कमलनाथ ने कहा कि यह मामला गंभीर है. इसलिए हमने रविवार को ही चुनाव आयोग से वक्त लिया और कहा कि मध्य प्रदेश में करीब 60 लाख फर्जी मतदाता बनाए गए हैं।
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि – मतदाता सूची में गड़बड़ी कोई गलती नहीं है, बल्कि यह जानबूझकर की गई है.
ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कहा कि पिछले वि.स. चुनाव में भाजपा और कांग्रेस के बीच 9 % यानि 35 लाख वोट का अंतर था। इससे साफ है कि मतदाता सूची में गड़बड़ी कोई गलती नहीं है बल्कि यह जानबूझकर की गई है. इसलिए, हमने चुनाव आयोग से सभी मतदाता सूची की दोबारा जांच कराने की मांग की है।
इस पर म.प्र. शासन के प्रवक्ता “नरोत्तम मिश्रा” का कहना है कि:
चुनाव आयोग की जाँच में ढूध का ढूध और पानी का पानी हो जायेगा. आरोप लगाना कांग्रेस की फितरत में है.कांग्रेस चुनाव के हार से डर रही है.कांग्रेस AC कमरों से बहार नहीं आपा रही है. हमारे मुख्यमंत्री 47 डिग्री में भी दौरा कर रहे है.